Facebook Instagram Youtube Twitter

डीजल पार्टिकुलेट फ़िल्टर कैसे निकास को साफ करता है

डीजल पार्टिकुलेट फ़िल्टर के कार्य और तकनीक का वर्णन, जो गाड़ियों के निकास को साफ कर पर्यावरण को प्रदूषण से बचाता है।

डीजल पार्टिकुलेट फ़िल्टर कैसे निकास को साफ करता है

डीज़ल पार्टिकुलेट फ़िल्टर कैसे निकास को साफ करता है

डीज़ल इंजन वाहन आजकल सड़कों पर आम दिखते हैं, और इनके उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए डीज़ल पार्टिकुलेट फ़िल्टर (DPF) का उपयोग होता है। यह फ़िल्टर इंजन से निकलने वाले हानिकारक कणों को पकड़कर वायु को साफ करता है। आइए जानें कि यह तकनीक कैसे काम करती है।

डीज़ल पार्टिकुलेट फ़िल्टर का कार्य

डीज़ल इंजन द्वारा पैदा होने वाला निकास धुआं विभिन्न प्रकार के कणों का मिश्रण होता है, जिसमें जलवाष्प, CO2, NOx, और कणीय पदार्थ शामिल होते हैं। DPF का मुख्य उद्देश्य इन कणीय पदार्थों को पकड़ना और उन्हें निष्प्रभावी बनाना होता है।

  • निस्यन्दन (Filtration): DPF छोटे-छोटे छिद्रों वाले सिरेमिक या धातु से बने होते हैं, जो में सीखे निकलने वाले कणों को पकड़ लेते हैं।
  • पुर्नजनन (Regeneration): समय के साथ, इन कणों से फिल्टर जाम हो सकते हैं, इसलिए इन्हें जलाना आवश्यक होता है। इसे पुनर्जनन कहा जाता है।

पुर्नजनन की प्रक्रिया

पुनर्जनन वह प्रक्रिया है जिसमें जमा हुए कणों को जलाया जाता है। इसे दो तरीके से किया जा सकता है:

  1. प्राकृतिक पुर्नजनन: इसमें फिल्टर अपने आप गर्म होकर खुद से कणों को जला देता है।
  2. जबर्दस्ती पुर्नजनन: इस प्रक्रिया में फिल्टर को बहुत उच्च तापमान तक गर्म किया जाता है, ताकि सभी कण जल जाएं।

डीज़ल पार्टिकुलेट फ़िल्टर का महत्व

DPF न केवल निकास से हानिकारक कणों को साफ करता है, बल्कि वायु गुणवत्ता में भी सुधार करता है। इसके उपयोग के कुछ मुख्य लाभ हैं:

  • वायु प्रदूषण को कम करना
  • स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को कम करना
  • पर्यावरण को संरक्षित करना

निष्कर्ष

डीज़ल पार्टिकुलेट फ़िल्टर एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो हमारे वातावरण को साफ और स्वस्थ रखने में मदद करती है। इसके बिना, डीज़ल इंजन के निकास से उत्पन्न कणीय प्रदूषण मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।