पैराबोलिक टरफ से सौर ऊर्जा संग्रहण की प्रक्रिया के बारे में जानें, जिसमें सूर्य की किरणों का उपयोग ऊर्जा उत्पादन के लिए कैसे किया जाता है।
पैराबोलिक टरफ से सौर ऊर्जा कैसे संग्रहित होती है?
पैराबोलिक टरफ सोलर कलेक्टर्स का उपयोग सौर ऊर्जा का संग्रहण करने के लिए किया जाता है। यह प्रणाली विशेष रूप से थर्मल ऊर्जा को संग्रहित करने के लिए डिजाइन की जाती है, जो अंततः बिजली उत्पादन के लिए प्रयोग की जाती है। इस लेख में, हम समझेंगे कि पैराबोलिक टरफ कैसे काम करता है और सौर ऊर्जा को संग्रहित करने की प्रक्रिया क्या है।
पैराबोलिक टरफ की संरचना
- पैराबोलिक टरफ एक पैराबोलिक (परवलय) आकार का मिरर होता है जो सूर्य की किरणों को एक निश्चित बिंदु पर संकेंद्रित करता है।
- मिरर के फोकस पर एक ट्यूब होती है जिसमें एक हीट ट्रांसफर फ्लूइड (HTF), आमतौर पर सिंथेटिक तेल या मॉल्टेन सॉल्ट, प्रवाहित होती है।
- यह ट्यूब एक धातु के ढांचे पर लगी होती है जो सूर्य की दिशा में इसे घुमाने के लिए मोटरों का उपयोग करता है, ताकि सूर्य की ऊर्जा अधिकतम मृत दर पर संग्रहित की जा सके।
ऊर्जा संग्रहण की प्रक्रिया
सूर्य की किरणें पैराबोलिक मिरर से परावर्तित होकर फोकस बिंदु पर केंद्रीकृत होती हैं और ट्यूब में मौजूद हीट ट्रांसफर फ्लूइड को गरम करती हैं।
- सौर ऊर्जा का संकेन्द्रित होना: पैराबोलिक मिरर का डिज़ाइन सूर्य की किरणों को एक बिंदु पर संकेन्द्रित करता है, जिससे ताप ऊर्जा का उत्सर्जन होता है।
- फ्लूइड का गरम होना: फोकस पॉइंट पर स्थित ट्यूब में प्रवाहित होने वाला हीट ट्रांसफर फ्लूइड गर्म हो जाता है।
- ऊर्जा का ट्रांसफर: गरम HTF को एक हीट एक्सचेंजर में भेजा जाता है, जहां यह पानी को भाप में बदलने के लिए उपयोग किया जाता है।
- बिजली उत्पादन: उत्पन्न भाप को टर्बाइन से गुजारा जाता है, जो बिजली उत्पादन के लिए एक जनरेटर को चलाती है।
इस प्रक्रिया का गणितीय रूप में प्रतिनिधित्व निम्न प्रकार किया जा सकता है:
\[Q = m * c * \Delta T\]
जहां,
- Q = स्तरित हीट ऊर्जा
- m = द्रव्यमान (फ्लूइड का)
- c = विशिष्ट ताप
- \(\Delta T\) = तापमान का परिवर्तन
पैराबोलिक टरफ की विशेषताएं
- उच्च तापमान प्राप्त करने की क्षमता
- प्रचालन में सरल और रखरखाव में कम लागत वाला
- सौर ऊर्जा का दक्षता पूर्वक उपयोग
पैराबोलिक टरफ सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी तकनीक है जो न केवल ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि करती है, बल्कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने का भी एक महत्वपूर्ण रास्ता है। इसके उपयोग से प्राप्त सौर ऊर्जा का प्रभावी और व्यापक उपयोग संभव है, जिससे पर्यावरणीय लाभ प्राप्त होते हैं।